The Innocent Dog Moral Story In Hindi

The Innocent dog Moral Story in Hindi

आज आप Heartburn से जुड़ी एक moral story in hindi जानेंगे। इस moral story से आपको इसके परिणाम के बारे में in hindi पता चलेगा । इस moral story in hindi में आपको रूनी नाम के कुत्ते के माध्यम से ईर्ष्या से होने वाली हानि के बारे में पता चलेगा।

मुझे उम्मीद है कि यह moral story in hindi शिक्षकों के लिए भी सहायक है। तो चलिए इस दिलचस्प The Innocent Dog moral story in hindi को शुरू करते हैं।


बहुत समय पहले एक जंगल में एक शेर राज किया करता था। उसे जंगल के जानवर बहुत प्यारे थे. लेकिन सबसे ज्यादा वह जंबो नाम के हाथी के करीब था। एक दिन जब वह जंगल के बाहर किसी काम से जा रहा था तब उसने जैकी नाम के एक भेड़िए को जंबो की देखरेख का जिम्मा सौंपा और बोला कि जंबो का अच्छे से ख्याल रखना।


जैकी रोजाना जंबो के लिए खाने की व्यवस्था करता और उसके साथ खूब मजे करता। एक दिन जैकी जब जंबो के लिए खाना लेकर लौट रहा था तब उसे रास्ते में रूनी नाम का कुत्ता मिला। तब जैकी ने उससे बोला कि आज से पहले मैने तुम्हे इस जंगल में तो नही देखा ।


तुम कौन हो और कहा से आये हो । तब रूनी ने बोला की मै दूसरे जंगल से आया हूँ । मै उस जंगल का सबसे छोटा जानवर था तो इसलिए मुझसे कोई भी जानवर दोस्ती नहीं करता था, इसलिए मैने वह जंगल छोड़ दिया और इस जंगल में आ गया। तब जैकी ने बोला चलो ठीक है आज से मैं तुम्हारा दोस्त, आज से हम दोनों साथ मिल कर रहेंगे और मै तुम्हे मेरे दोस्तों से भी मिलवाऊंगा ताकि तुम्हे कभी अकेलापन न लगे।


जैकी उसे अपने दोस्त जंबो हाथी के पास लेकर गया। जैकी ने रूनी का परिचय जंबो के साथ करवाया। जब जंबो ने रूनी का नाम सुना तो वह हँसने लगा। जंबो ने हँसते हुए बोला कि तुम्हारा नाम बहुत मजाकिया है। तब रूनी बोला, हाँ वो तो है। जंबो बोला की मै तुम्हारे साथ दोस्ती करना चाहता हुँ।


तब रूनी बोला हाँ मै भी तुमसे दोस्ती करना चाहता हुँ। दोनों ने दोस्ती कर ली और दोनों आपस में मज़े से रहने लगे। रोजाना जैकी खाने का इंतज़ाम करता और

रूनी, जंबो के साथ खेलता। ऐसा रोजाना होने लगा। फिर जैकी ने सोचा की जंबो अपना ज्यादातर समय रूनी के साथ बिताता है और मै पूरे दिन काम करता हुँ। 


जैकी को इस बात से जलन होने लगी उसने रूनी को जंबो से दुर् करने की ठान ली। उसने रूनी को बोला कि मै तुम्हे बताना भूल गया कि हमारे राजा की अनुमति के बिना कोई दुसरे जंगल का जानवर यहाँ नहीं रह सकता है। तुम चिन्ता मत करो मै राजा से तुम्हारे यहाँ रहने की अनुमति मांग लूँगा लेकिन तब तक तुम्हे इस जंगल से दूर जाना पड़ेगा।


तब रूनी बोला ठीक है मै इस जंगल से चला जाता हुँ तुम्हे जब मेरे यहाँ रहने की अनुमति मिल जाए तब मुझे बता देना, ठीक है। 

रूनी वह जंगल छोड़ कर किसी दुसरे जंगल में चला गया। रूनी की अनुपस्थिति में जंबो ने खाना पीना छोड़ दिया और कमज़ोर पड़ने लगा। एक दिन जब राजा वापस आया तो उसने देखा की जंबो बहुत कमज़ोर हो गया है। उसने जैकी की ओर गुस्से से भरी आँखों से देखा और बोला की जंबो इतना कमजोर कैसे हो गया।


तब जैकी ने बोला कि पिछले कुछ दिनों से जंबो खाना नहीं खा रहा है इसलिए वह कमज़ोर हो गया है

तब राजा ने बोला कि इसे कैसे से भी करके खाना खिलाओ नहीं तो मै तुम्हे इस जंगल से बाहर निकाल दूंगा।

जैकी यह सुनकर डर गया और अपने दोस्त जंबो की कमजोर हालत को देखते हुए उसने रूनी को ढूंढ़कर लाने का निश्चय किया।


उसने 6 से 7 दिनों तक रूनी को अलग-अलग जंगलो में ढूंढा। फिर एक दिन उसने रूनी को एक जंगल में घूमते हुए देखा। वह रूनी के पास गया और बोला कि मैं तुमसे माफ़ी मांगना चाहता हुँ मैने तुम्हे जंबो से दूर रखने के लिए ये षड़यंत्र रचा लेकिन मेरे इस षड़यंत्र की वजह से आज जंबो ने खाना पीना छोड़ दिया और वह कमज़ोर हो गया। तुम कृपया मेरे साथ चलो तभी जंबो कुछ खायेगा नही तो वह मर जायेगा।


जैकी की बात सुनकर रूनी भावुक हो गया और जैकी के साथ जाने को तैयार हो गया।

जैकी, रूनी को जंबो के पास ले गया।

रूनी को देखकर जंबो खुशी से फूला न समाया, रूनी को देखकर जंबो की सारी कमज़ोरी दूर हो गई तभी राजा वहाँ आ गया। जैकी राजा के पास गया और उसने राजा को सब कुछ सच सच बता दिया कि कैसे उसने रूनी को दूर भेजने के लिए ये षड़यंत्र किया था।


जैकी की बात सुनकर राजा ने बोला कि तुम्हे तुम्हारी गलती एहसास हो गया है और तुमने उसे ठीक कर दिया तो मैं तुम्हे माफ़ करता हुँ और ऋणी को भी इस जंगल में रहने की अनुमति देता हुँ।

ऋणी बहुत खुश हो गया।


अब जैकी ने कसम खायी कि वह कभी ऐसा बुरा षड़यंत्र नहीं रचेगा और तीनो दोस्त साथ मिलकर खुशी से रहने लगे।


कहानी का नैतिक यह है कि हमें कभी भी दुसरो से ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए नहीं तो इससे हमारा ही बुरा होता है।


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